हर बार लड़कियों पर ही प्रतिबन्ध क्यों लगाये जा रहे हैं ?लड़कियों की तुलना में अगर लड़कों पर आधे भी प्रतिबन्ध लगाये जाते तो आज तस्वीर कुछ और होती .पढ़िए एक और खबर जो प्रदर्शित करती है कि हम अपनी सोच बदलना ही नहीं चाहते -
कुंवारी लड़कियां नहीं रख पाएंगीं मोबाइल
टीम डिजिटल बुधवार, 25 दिसंबर 2013
अमर उजाला, दिल्लीUpdated @ 11:49 AM IST
बिहार की एक पंचायत ने कुंवारी लड़कियों के मोबाइल रखने पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी है और साथ ही पकड़े जाने पर आर्थिक दंड का भी प्रावधान भी बना दिया है।मामला पश्चिमी चंपारण के नरकटियागंज प्रखंड की सोमगढ़ पंचायत का है जहां सिरिसिया गांव में मंगलवार को एक महापंचायत लगाई गई। महापंचायत में लड़कियों के मोबाइल रखने पर पाबंदी लगाने का फैसला लिया गया। महापंचायत के फरमान के अनुसार जिन लड़कियों की शादी नहीं हुई है या जो नाबालिग हैं, उन्हें मोबाइल रखने पर पाबंदी लगा दी जाए। उनका तर्क था कि मोबाइल से छेड़खानी की घटनाओं में वृद्धि हो रही है। उनके इस प्रस्ताव पर वहां उपस्थित ग्रामीणों ने मुहर लगा दी।इसके साथ ही यह फैसला भी हुआ कि वह परिवार, जिसके घर की बच्ची मोबाइल रखेगी, उसे दंडित किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी पिछले तीन महीने में राज्य भर की करीब दर्जन भर ग्राम पंचायतें लड़कियों और महिलाओं के मोबाइल फोन इस्तेमाल करने पर पाबंदी लगा चुकी हैं और उन्हें भड़काऊ कपड़े नहीं पहनने के लिए कहा है।इससे पहले सीवान जिले के पचरुखी थाना क्षेत्र में तीन लड़कियों के कथित अपहरण के बाद ग्रामीणों ने लड़कियों को जींस, टी-शर्ट पहनने और मोबाइल फोन रखने पर पाबंदी लगा दी थी। फरमान नहीं मानने पर लड़कियों के अभिभावक से बतौर जुर्माना 10 हजार रुपये वसूलने का फैसला भी लिया गया।
शिखा कौशिक 'नूतन'
कुंवारी लड़कियां नहीं रख पाएंगीं मोबाइल
टीम डिजिटल बुधवार, 25 दिसंबर 2013
अमर उजाला, दिल्लीUpdated @ 11:49 AM IST
बिहार की एक पंचायत ने कुंवारी लड़कियों के मोबाइल रखने पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी है और साथ ही पकड़े जाने पर आर्थिक दंड का भी प्रावधान भी बना दिया है।मामला पश्चिमी चंपारण के नरकटियागंज प्रखंड की सोमगढ़ पंचायत का है जहां सिरिसिया गांव में मंगलवार को एक महापंचायत लगाई गई। महापंचायत में लड़कियों के मोबाइल रखने पर पाबंदी लगाने का फैसला लिया गया। महापंचायत के फरमान के अनुसार जिन लड़कियों की शादी नहीं हुई है या जो नाबालिग हैं, उन्हें मोबाइल रखने पर पाबंदी लगा दी जाए। उनका तर्क था कि मोबाइल से छेड़खानी की घटनाओं में वृद्धि हो रही है। उनके इस प्रस्ताव पर वहां उपस्थित ग्रामीणों ने मुहर लगा दी।इसके साथ ही यह फैसला भी हुआ कि वह परिवार, जिसके घर की बच्ची मोबाइल रखेगी, उसे दंडित किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी पिछले तीन महीने में राज्य भर की करीब दर्जन भर ग्राम पंचायतें लड़कियों और महिलाओं के मोबाइल फोन इस्तेमाल करने पर पाबंदी लगा चुकी हैं और उन्हें भड़काऊ कपड़े नहीं पहनने के लिए कहा है।इससे पहले सीवान जिले के पचरुखी थाना क्षेत्र में तीन लड़कियों के कथित अपहरण के बाद ग्रामीणों ने लड़कियों को जींस, टी-शर्ट पहनने और मोबाइल फोन रखने पर पाबंदी लगा दी थी। फरमान नहीं मानने पर लड़कियों के अभिभावक से बतौर जुर्माना 10 हजार रुपये वसूलने का फैसला भी लिया गया।
शिखा कौशिक 'नूतन'
1 टिप्पणी:
yah sab padh kar man se bas yahi nikalta hai
पाकीज़गी की अपनी, औरत ही दे परीक्षा
क्यूँ शक तेरा मिटाने, हर बार ही जलूँ मैं
.
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