गूगल से साभार |
कितनी ही करो जुर्रतें ये कौल रहेगा ,
भाई का दिल भाई से ही जुड़ा रहेगा .
कितने ही मौके आये देखी हैं आफतें ,
फिर भी दिलों में अपने ये मल्हार रहेगा .
खाएं हैं धोखे तुमसे हमने कदम-कदम पर ,
सुधरोगे एक दिन कभी विश्वास रहेगा .
हमले किये हैं बार-बार पलट-पलटकर ,
मानोगे हार सिर यहाँ झुककर ही रहेगा .
तोड़ी हैं हिम्मतें तेरी वीरों ने हमारे ,
कटवाने को सिर कारवां बढ़ता ही रहेगा .
अरबों की बात लेखनी से कहती ''शालिनी '',
भारत सदा ही दुश्मनों पे हावी रहेगा .
शालिनी कौशिक
[कौशल ]
4 टिप्पणियां:
bhut sunder..kabil-e-tareef
yes we can .JAY HIND !
प्रभावशाली ,
जारी रहें।
शुभकामना !!!
आर्यावर्त (समृद्ध भारत की आवाज़)
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सच है भारत देश सदा दुश्मनों पर भारी रहेगा सिंघों को ललकारने की जुर्रत न करें जय हिन्द
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