आती है देर से पर छम से जाती है ,
मेरे यू.पी.की बिजली नखरे दिखलाती है !
इसके बिन रोता पंखा और बल्ब के आंसू बहते ,
टी.वी.-फ्रिज दोनों ही चुप रहकर ज़ुल्म हैं सहते ,
झटके पर झटके देकर बहुत सताती है !
मेरे यू.पी.की बिजली नखरे दिखलाती !
इसकी ये आँख मिचौली दम सबके घोटेगी ,
ये नहीं बताकर जाती अब कब ये लौटेगी ,
इसकी राह तकते-तकते आँखें दुःख जाती हैं !
मेरे यू.पी.की बिजली नखरे दिखलाती है !
इसके न आने पर गुस्सा आ जाता है ,
उतरे घरवालो पर जो पल्ले पड़ जाता है ,
यू.पी.के घर-घर में झगडे करवाती है !
मेरे यू.पी.की बिजली नखरे दिखलाती है !
शिखा कौशिक 'नूतन'
11 टिप्पणियां:
सुनने में बहुत मजा आया...यह आपकी आवाज है?
बिजली का तो अपने शहर में भी यही हाल है|
.very nice voice .रोचक प्रस्तुति आभार नवसंवत्सर की बहुत बहुत शुभकामनायें दादा साहेब फाल्के और भारत रत्न :राजनीतिक हस्तक्षेप बंद हो . .महिला ब्लोगर्स के लिए एक नयी सौगात आज ही जुड़ें WOMAN ABOUT MANजाने संविधान में कैसे है संपत्ति का अधिकार-1
बहुत बढियां........सुंदर ,बहुतों के दुःख को आपने बयाँ किया ....उन सभी की तरफ से आपका इस रचना के लिए आभार |
सही कहा अपने बिजली बहुत नखरे दिखा रही आज कल......
सही कहा अपने बिजली बहुत नखरे दिखा रही आज कल......
अगर मुंबई शहरवालों ने भी बिजली की कद्र न की तो वह दिन दूर नहीं जब यहाँ का हाल भी वहां जैसा होगा,सुंदर कविता ....
टिप्पणी हेतु हार्दिक आभार नवसंवत्सर की बहुत बहुत शुभकामनायें हम हिंदी चिट्ठाकार हैं
BHARTIY NARI
PLEASE VISIT .
@writa ji -this is my voice .thanks to appreciate me .
Bahut badhiya likhte hain Aap
सच्ची बिजली की किल्लत उत्तर प्रदेश में अच्छी खासी है | बाकि कविता तो मज़ेदार है ही | आभार
कभी यहाँ भी पधारें और लेखन भाने पर अनुसरण अथवा टिपण्णी के रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें |
Tamasha-E-Zindagi
Tamashaezindagi FB Page
वाह ! मजेदार ...
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