गुलाबी फूल
हरी बेल पर
अत्याधिक आकर्षक !
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ओस की बूँदें
हरे पत्तों पर
अत्याधिक मोहक !
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जल की फुहार
चमकती हुई धूप में
अत्याधिक उज्ज्वल !
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लेकिन सबसे सुन्दर
तुम हो प्रिया
गाम्भीर्य लिए चंचल !
शिखा कौशिक 'नूतन'
1 टिप्पणी:
बहुत ही सुन्दर शानदार प्रस्तुति
https://www.facebook.com/SabdaKalasaSabdoKaVisalaSangrahalaya
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